सुसाइड नोट के आधार पर 2 लोग हिरासत में
जौनपुर। जौनपुर जिले के मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के जयरामपुर गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या की खबर से सनसनी फैल गई। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसके आधार पर पुलिस 2 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जयरामपुर निवासी नागेश विश्वकर्मा टेंट का व्यवसाय करता था। आज सुबह काफी देर तक जब उनके परिवार का कोई सदस्य बाहर नहीं आया तो पड़ोसियों ने उनके भाई त्रिभुवन विश्वकर्मा को फोन करके बुलाया। त्रिभुवन ने जब दरवाजा खोला तो सामने का दृश्य देखकर वह स्तब्ध रह गया। सामने नागेश की पत्नी राधिका, बेटी निकिता, बेटी आयुषी और बेटा आदर्श की लाशें पड़ी हुई थी। नागेश की लाश छत से लटक रही थी। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में नागेश ने लिखा है कि वह अपने पूरे परिवार की हत्या का खुद जिम्मेदार है। उसने लिखा है कि उसने सलारपुर, नेवढीया निवासी भानु प्रताप विश्वकर्मा के माध्यम से जलालपुर निवासी शिवआसरे सिंह को उनके विद्यालय में चपरासी की नौकरी के लिए 7 लाख रुपए दिए थे। शिवआसरे सिंह ने ना तो नौकरी दी और ना ही रुपए वापस कर रहा था। परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है। पुलिस ने सभी लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शैलेंद्र सिंह ने बताया कि नागेश के भाई त्रिभुवन विश्वकर्मा द्वारा दर्ज नामजद शिकायत के बाद पुलिस ने शिव आश्रय सिंह और भानु प्रताप विश्वकर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। सुसाइड नोट में जो कारण दिखाया गया है, उसे देखते हुए आश्चर्य लग रहा है कि क्या सिर्फ 7 लाख रुपए के लिए नागेश ने अपने पूरे परिवार की हत्या कर आत्महत्या जैसा कदम उठाया। पुलिस को अन्य पहलुओं से भी इसकी जांच करनी चाहिए।
0 टिप्पणियाँ