वाराणसी। वाराणसी के जिला कारागार से फर्जी मुलाकाती मुहर लगाकर जेल से एक बंदी फरार हो गया, जिसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गई। हालांकि फरार कैदी को यूपी एसटीएफ ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने उसे यूपी कालेज के पास से गिरफ्तार किया जहां से वह कहीं भागने की फिराक में था। फिलहाल पुलिस ने उसे संबंधित धाराओं में दोबारा जेल भेज दिया है।
इस संबंध में एसटीएफ वाराणसी के निरीक्षक अमित श्रीवास्तव ने बताया कि जिला कारागार चौकाघाट से राजू सिंह उर्फ़ राजू बंगाली नामक अपराधी फरार हो गया था। फरार होने के बाद उसने, उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा लिखवाने वाली अनौला की महिला को भी धमकाया। महिला के अर्दली बाजार चौकी पहुंचने पर पुलिस को इस बात की जानकारी हुई थी, जिसके बाद वाराणसी पुलिस ने एसटीएफ से इस मामले में मदद मांगी थी।
उन्होंने बताया कि इस पर टीम गठित कर उसकी तलाश की जा रही थी। इसी बीच मुखबिर खास ने सूचना दी कि उक्त अभियुक्त भोजूबीर स्थित यूपी काॅलेज के गेट पर कहीं भागने की फिराक में खड़ा है। इसपर मौके पर छापेमारी कर राजू सिंह उर्फ राजू बंगाली निवासी लालपुर-पांडेयपुर को गिरफ्तार कर लिया गया।
इतनी कड़ी सुरक्षा के बीच राजू बंगाली आखिर जेल से कैसे भागा। इस बारे में एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ में शातिर राजू बंगाली ने बताया कि वह जब जिला कारागार वाराणसी में बन्द था, तभी उसने जेल से फरार होने की योजना तैयार कर ली थी। वह प्रतिदिन जेल मुलाकातियों को देखता था की जेल से बाहर जाते समय उनको हाथ पर कैसी मुहर लगाई जाती हैं। प्रतिदिन मुलाकातियों के मुहर को बदल दिया जाता था। वह उस मुहर की नकल कागज पर कर लेता था और उसकी नकली मुहर आलू पर तैयार कर लेता था।
उन्होंने बताया कि शनिवार को जो मुहर मुलाकातियों के हाथ पर लगायी जा रही थी। वह मुहर उसने पहले से तैयार कर रखी थी और उस मुहर को उसने अपने हाथ पर लगाकर अन्य मुलाकातियों के साथ संतरी को दिखाते हुये जेल से बाहर निकल गया और फरार हो गया। फिलहाल उसे दोबारा जेल भेजा जा रहा है।
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