नई दिल्लीः राहुल गांधी को मानहानि केस में सूरत की न्यायालय ने गुरुवार को 2 साल की सजा सुनाई. हालांकि, न्यायालय ने सजा पर एक महीने की रोक लगाते हुए इस फैसले के खिलाफ अपील के लिए उन्हें 30 दिन की मोहलत दे दी। इसके एक दिन बाद शुक्रवार को उनकी संसद सदस्यता भी चली गईष संसद से अयोग्य करार दिया जाना कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए बड़ा झटका है.
राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के जरिए देश की नफरती राजनीति को जो ललकारा था, उसकी सजा मिल गई। पहले मानहानि केस में सजा मुकर्रर हुई, फिर अपनी संसद की सदस्यता से भी हाथ धो बैठे। बीते 48 घंटों में सब कुछ बहुत तेजी से हुआ। गुरुवार दोपहर को सूरत की कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई और अगली सुबह बिना देर किए लोकसभा सचिव ने सदस्यता खत्म करने का ऐलान का दिया। राहुल गांधी इससे पहले कोर्ट जाएं, चुनाव आयोग भी एक्टिव हो गया है, उनकी संसदीय सीट से चुनाव करवाने की सरगर्मियां तेज कर दी हैं।
बता दें कि शुक्रवार को राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने की खबर जैसे ही बाहर आई, राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है। खबर सुनकर सभी विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दीं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भारतीय सियासत का काला दिन बताया, तो वहीं टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने तानाशाही की सबसे बदनुमा तस्वीर बताई। थोड़ी देर बाद राहुल गांधी ने भी अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि ‘मै हर कीमत चुकाने को तैयार हूं’। इस प्रकरण के बाद पूरे देश में राहुल गांधी के प्रति लोगों की सहानुभूति में अचानक बढ़ोतरी हो गई, क्योंकि युवाओं का बड़ा वर्ग उन्हें पसंद करता है।
कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हुई कांग्रेस
सजा-सदस्यता प्रकरण के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की दिल्ली में मीटिंग हुई जिसमें कानूनी लड़ने को पूरी पार्टी एकजुट हुई। वकील मनु सिंघवी ने कहा, राहुल गांधी पर सूरत कोर्ट का फैसला राजनीति से प्रेरित है, उच्च अदालत में केस नहीं टिकेगा। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री बहुत जल्दबाजी में हैं, इसलिए उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष और चुनाव आयोग को मैदान में उतारा है। लोकसभा अध्यक्ष ने अपना काम कर दिया, अब चुनाव आयोग की बारी है, ताकि वह जल्द से जल्द वायनाड़ में उपचुनाव कराए।
रेणुका चौधरी करेंगी मोदी पर मानहानि का केस
कांग्रेस वरिष्ठ महिला नेत्री रेणुका चौधरी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मानहानि का केस करेंगे। मोदी ने कभी उनको सूपनखा बोला था। राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने के बाद रेणुका ने कहा कि देखते हैं, कोर्ट कितनी जल्द फैसला सुनाता है।
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