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प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल को बदमाशों ने गोलियों से किया छलनी

 


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
प्रयागराज के चर्चित विधायक राजू पाल हत्याकांड मामले में शुक्रवार को कुछ अज्ञात हमलावरों ने गवाह उमेश पाल को घर में घुसकर गोली मार दी, इसके साथ ही उन पर बम से भी हमला किया गया। हमले में गंभीर रूप से घायल उमेश को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस हमले में उनके अलावा उनकी सुरक्षा में लगे दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। अस्पताल में उमेश पाल की मौत हो गई। पुलिस कमिश्नर प्रयागराज रामित शर्मा ने मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों की पहचान की जा रही है। पुलिस की दस टीमें बनायी गईं हैं। जल्द ही अपराधी पुलिस के शिकंजे में होंगे।

बता दें कि राजू पाल हत्याकांड में पूर्व सांसद अतीक अहमद, पूर्व विधायक अशरफ आदि आरोपी हैं। सभी आरोपी जेल में बंद हैं। सदन में मौजूद स्वर्गीय विधायक राजू पाल की विधवा पूजा पाल ने आज ही विधानसभा में पूछा था कि महिलाओं की बेरोजगारी दूर करने के लिए सरकार ने क्या किया है। जिसका श्रम मंत्री ने उत्तर भी दिया था।


फिलहाल अभी तक हमलावरों के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि उमेश पाल पर गोली अज्ञात बदमाशों के द्वारा चलाई गई। उमेश पाल पर हमले के दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात दो सिपाहियों को भी गोली लगी थी। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चश्मदीद बताते हैं कि बदमाशों ने उमेश पाल के धूमनगंज स्थित घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग की और बम भी चलाए। उमेश पाल और उनके एक गनर की हालत बेहद नाजुक थी। जिनका निधन हो गया। सिपाही संदीप के अलावा सुरक्षा में तैनात दूसरा सिपाही राघवेंद्र सिंह का इलाज चल रहा है। इसके पेट में गोली लगी है। उमेश पाल को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। उसकी गवाही काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। डीसीपी नगर दीपक भूकर घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।

अतीक अहमद के सांसद बनने से रिक्त हुई शहर पश्चिमी सीट से राजू पाल 2005 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर विधायक बने थे। राजू पाल ने अतीक अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को पराजित किया था। चुनाव में जीत के बाद राजू पाल की मुश्किलें बढ़ गई थी। करारी हार का बदला लेने के लिए 25 जनवरी 2005 को राजू पाल की दिन दहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में उमेश पाल मुख्य गवाह थे।

धूमनगंज थाने से करीब 200 मीटर दूर घर है उमेश पाल का
उमेश पाल हाईकोर्ट से अपनी क्रेटा कार से शुक्रवार की शाम जैसे ही घर पहुंचे थे कि कार से उतरते ही चार की संख्या में हमलावरों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी। उमेश घर के अंदर भागे। दोनों सिपाही ही उन्हें कवर कर अंदर ले जाने लगे। हमलावरों ने अंदर घुसकर कई गोलियां और बम चलाए।मौके पर उमेश और दोनों सिपाहियों को गोली और बम लगे हैं।कुछ लोगों का कहना है की उमेश पाल शुक्रवार को हाईकोर्ट में गवाही देने गए थे। घर लौटने पर यह घटना हुई है। हालांकि गवाही देने की बात अभी पुष्टि नहीं हुई है। गोलीबारी की घटना से मुहल्ले में सनसनी फैल गई। देखते ही देखते पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

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