मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। देश-विदेश से लाखों करोड़ का इन्वेस्टमेंट लाने में दिन-रात एक कर देने वाली यूपी सरकार हर वर्ष 35 उद्यमी भी देगी। हर वर्ष 35 उद्यमियों खोजने के कठिन लक्ष्य को पूरा करने के लिए एकेटीयू और सिडबी ने हाथ मिलाया है। एकेटीयू के जनसंपर्क अधिकारी पवन त्रिपाठी ने बताया कि बिहार में चलनेवाली कोचिंग सुपर 30 की तरह ही अब एकेटीयू से 35 छात्र सफल उद्यमी बनकर निकलेंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय और सिडबी के बीच करार हुआ है।
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इस समझौते के तहत स्माल इंडस्टीज बैंक ऑफ इंडिया यानी सिडबी उद्यमी बनने के लिए आवेदन मांगेगा। करीब 600 छात्रों में से अंतिम रूप से कठिन चयन प्रक्रिया के बाद 35 छात्रों का चयन किया जाएगा। चयनित छात्रों को सिडबी और एकेटीयू मिलकर उद्यमी बनने के लिए तैयार करेंगे। उनके उद्यम को वित्तीय सहायता से लेकर अन्य तरह का सहयोग दोनों संस्थान देंगे। विशेषज्ञ चयनित छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे। समय-समय पर कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जाएगा। जिससे कि चयनित छात्र अपने उद्यम के हर पहलू से वाकिफ हो सकें। इस समझौते का मकसद है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा युवा उद्यमिता को लेकर गंभीर रहें।
इसके अलावा एमओयू के तहत सिडबी अपनी अन्य योजनाएं भी विश्वविद्यालय के साथ मिलकर चलाएगी। कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र की मौजूदगी में कुलसचिव श्री सचिन सिंह और बैंक के सीजीएम डॉ. एसएस आचार्य ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये। कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि इस समझौते से युवाओं को उद्यमिता और नवाचार के लिए तैयार किया जा सकेगा।इस मौके पर बैंक के जीएम प्रवीण प्रभाकर भी मौजूद रहे।
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