पीआईसीयू बनने से बच्चों को जिले में ही इमरजेंसी में इलाज मिल सकेगा, उसे बड़े शहर की ओर दौड़ नहीं लगानी होगी। जिन 19 जिलों के 21 अस्पतालों में यह सुविधा मिलेंगी उसमें बलरामपुर व कन्नौज के दो-दो अस्पताल शामिल हैं। यहां जिला संयुक्त चिकित्सालय में भी पीआईसीयू बनाए गए हैं। इनके अलावा शामली, संत कबीर नगर, मऊ, मैनपुरी, लखनऊ, कुशीनगर, कासगंज, कानपुर देहात, हाथरस, अलीगढ़, अमरोहा, औरैया, बागपत, बांदा, चंदौली, चित्रकूट और फर्रुखाबाद शामलि हैं।
यहां आक्सीजन सपोर्ट सिस्टम व अन्य जरूरी उपकरण खरीदने के लिए धन जारी होने के बाद अब कार्य तेजी से शुरू होगा और बच्चों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रत्येक अस्पताल में 32 बेड के पीआईसीयू होने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। एनएचएम की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय की ओर से सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कार्य जल्द से जल्द पूरा करें। ताकि बच्चों को पीआईसीयू की सुविधा जल्द दी जा सके। मालूम हो कि चीन सहित दूसरे देशों में कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए यूपी में भी पर्याप्त सतर्कता बरती जा रही है। जो कार्य अधूरे हैं, उन्हें जल्द पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है।
0 टिप्पणियाँ