वाराणसी। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जीएसटी की टीमों ने व्यापारियों की दुकानों पर छापा मारा है। इस कार्रवाई को लेकर प्रदेश भर के व्यापारियों में भारी रोष व्याप्त है। सोमवार को वाराणसी में सभी व्यापारी संगठनों ने एकत्रित होकर ने जीएसटी विभाग की इस कार्रवाई का अनोखे ढंग से विरोध किया। चेतगंज स्थित जीएसटी कार्यालय के मुख्य द्वार पर कफन ओढ़कर लेट गए।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि पूरे प्रदेश में जीएसटी विभाग द्वारा ताबड़तोड़ छापेमारी व सर्वे से व्यापारी दहशत में हैं। जीएसटी के भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा व्यापारियों का शोषण एवं उत्पीड़न चरम पर है। प्रदेश के सभी छोटे व बड़े नगरों, कस्बों में जीएसटी अधिकारियों द्वारा असंगत और अव्यावहारिक रूप से छापेमारी, सर्वे को वाराणसी व्यापार मंडल कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगा। शासन की मंशा प्रदेश में नए पंजीकृत व्यापारियों को प्रेरित करने की होनी चाहिए न कि उनको आतंकित करने की। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार एसआईबी व अन्य एजेंसियों द्वारा व्यापारी की शिकायत मिलने पर उसकी जांच के आदेश दिए जा सकते हैं। उनका कहना है कि स्थानीय व्यापारी संगठन को साथ में लेकर व्यापारी की जांच की जाय। जबकि शासन से कोई भी सर्वे का कोई भी आदेश विभाग को नहीं है। फिर भी विभागीय अधिकारियों द्वारा उसकी आड़ में प्रदेश में व्यापारियों में आतंक का माहौल उत्पन्न किया जा रहा है ।
वक्ताओं ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि मंत्री स्तर की कमेटी गठित करके जांच कराई जाय। ताकि आतंक का माहौल समाप्त हो, अधिकारी व व्यापारी संवाद स्थापित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहाकि यदि जीएसटी अधिकारी अपनी कार्य पद्धति में बदलाव नहीं लाते हैं तो हम आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे। धरना-प्रदर्शन में प्रमुख रुप से प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश निरंकारी, वाराणसी व्यापार मंडल महामंत्री कविंद्र जायसवाल, वाराणसी युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गुप्ता, संयुक्त महामंत्री मनीष गुप्ता, दीप्तिमान देव गुप्ता, धर्मेंद्र सिंह, विकास गुप्ता, जितेन चौधरी, प्रिंस गुप्ता, शरद गुप्ता, महिला मंडल अध्यक्ष सुनीता सोनी, पूर्वांचल अध्यक्षा चांदनी श्रीवास्तव, जयप्रकाश, आनंद प्रकाश पटेल, उपभोक्ता मंच अध्यक्ष राजीव वर्मा, अरविंद जायसवाल, चंचल सिंह, सत्य प्रकाश जायसवाल आदि रहे।
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