खसरा संक्रमण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने भारत समेत पूरी दुनिया में फैलते चेतावनी जारी की है। WHO की ओर से कहा गया है कि खसरा एक वाइरल रेस्पिरेटरी बीमारी है। खसरे से एक मरीज 12 से 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने बताया कि कि खसरा संक्रमण पिछले साल की तरह ही इस बार भी गंभीर है और इस सीजन में स्थिति और भी ज्यादा खराब होती जा रही है।
वर्ष 2021 में 90 लाख लोग संक्रमित हुए थे
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में दुनिया भर में करीब 9 मिलियन यानी 90 लाख लोग खसरा से संक्रमित हुए थे और 128000 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, तकरीबन 22 देशों में इस वायरस ने कहर बरपाया था। डब्ल्यूएचओ ने वैक्सीनेशन और निगरानी में कमी को इस संक्रमण के प्रकोप का मूल कारण माना है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण खसरा टीकाकरण में लगातार गिरावट आई है और बीमारी पर निगरानी भी कम हुई है, जो कि चिंताजनक है।
पिछले साल 4 करोड़ बच्चे टीके की खुराक लेने से चूके
2021 में करीब 40 मिलियन यानी 4 करोड़ बच्चे खसरे के टीके की खुराक लेने से चूक गए, जबकि 25 मिलियन बच्चे अपनी पहली खुराक लेने से चुक गए। इसके अलावा 14.7 मिलियन बच्चे खसरे के टीके की दूसरी खुलाक नहीं ले पाए। बता दें कि खसरा सबसे संक्रामक मानव विषाणुओं में से एक है और इसे वैक्सीनेशन से ही इसे पूरी तरह से रोका जा सकता है। हालांकि, सामुदायिक प्रकोपों को रोकने के लिए 95 प्रतिशत वैक्सीनेशन की आवश्यकता है।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में खसरा का प्रकोप तेजी से फैल जा रहा है। महानगर में इस खतरनाक बीमारी की चपेट में आने से अब तक कई लोगों की मौत हो गई। वहीं, शहर में साल 2022 में इससे संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 233 हो गई है। BMC ने आम लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को टीका जरूर लगवाने की अपील की है। मुंबई में खसरे के प्रकोप को देखते हुए बीएमसी के अधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने 9 महीने से 5 साल तक के बच्चों को खसरा युक्त टीका जरूर लगवाएं।
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