गर्भावस्था के २५ सप्ताह में हुई महिला की प्रसूती
मीरा रोड। गर्भावस्था के २५ सप्ताह में जन्मे दो जुडवां बच्चों की जान बचाने में मिरारोड के वॉक्हार्ट अस्पताल के डॉक्टर को सफलता मिली हैं। वॉक्हार्ट अस्पताल के कंसल्टेंट
नियोनेटोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिशियन और लैक्टेशन एक्सपर्ट डॉ. नीतू मुंद्रा के नेतृत्व में डॉक्टर की टीम ने समय से पहले जन्मे बच्चों की नई जिंदगी दी हैं। दोनों बच्चों की तीन महिने एनआईसीयू में रखा गया था। अब बच्चों के सेहत में सुधार देखकर उन्हें अस्पताल से घर भेज दिया गया हैं।
जुड़वा बच्चों की मां मिसेज मैथ्यू मीरारोड में रहती है।
काफी मुश्किल से उनको गर्भाधारण हुई थी। जिससे वे काफी खुश थी, लेकिन कुछ महिने पहले उनके गर्भ से प्रसव पूर्व स्त्राव निकलने लगा। ऐसी स्थिती में उनकी प्रसूती करनी पडी। उन्होंने दो जुडवां बच्चों को जन्म दिया।
डॉ. नीतू मुंद्रा ने कहा की, “इस महिला की आईवीएफद्वारा गर्भाधारणा हुई थी।२५ सप्ताह में उन्होंने दो बच्चों को जन्म दिया। जन्म के बाद बच्चों को एनआयसीयू में रखा गया था। दोनों बच्चों का वजन जन्म के समय लगभग ८०० ग्राम था। वजन कम होने के कारण बच्चों को छोटे इंटुबैषेण और वेंटिलेशन की आवश्यकता थी। बच्चों को अत्यधिक ठंड से बचाने के लिए एक इनक्यूबेटर में रखा गया था। दोनो बच्चों के सेहत में सुधार देखकर ९७ वें दिन उन्हे डिस्चार्ज दिया गया हैं। अब उनका वजन ३.६ किलोग्राम हो गया है। बच्चों के पिता मैथ्यू ने अपने बच्चों की जान बचाने के लिए डॉक्टर को धन्यवाद दिया है।
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