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यूपी के टीईटी परीक्षा में पकड़ाए "मुन्नाभाई"! पूर्वांचल में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में पकड़े गए 7 साल्वर

 


इनमें से 6 बिहार के तो 1 राजस्थान का

वाराणसी। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का पेपर फिर से लीक होने की अफवाहों के बीच कई जिलों में मुन्नाभाई धरे गये हैं। एसटीएफ पकड़े गये लोगों का सॉल्वर गैंग से कनेक्शन तलाश रही है। विभिन्न कारणों के चलते सैकड़ों परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित हो गये।कुछ रो-रो कर अपना दुःख व्यक्त कर रहे हैं तो कुछ योगी सरकार की व्यवस्थाओं को कोश रहे हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और बसपा प्रमुख मायावती ने सरकार पर निशाना साधते हुये दुर्व्यवस्थाओं की निंदा की है।कान में डिवाइस लगा कर परीक्षा देने आया मुन्नाभाई कन्नौज के एक केंद्र में पकड़ा गया है। परीक्षक ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और उसका कनेक्शन किसी सॉल्वर गैंग से होने का संदेह जता रही हैं।


पहली पाली की परीक्षा में तिर्वा के महेंद्र नीलम जनता इंटर कालेज में अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे थे। सुबह की पाली में 700 छात्रों की परीक्षा थी। इसी बीच में एक छात्र मफलर से बांधे हुए था। चेकिंग टीम को शक हुआ तो कक्ष में प्रवेश देने से पहले मफलर उतरवाकर उसके कान चेक किए लेकिन कुछ समझ नहीं आया। इसपर उसे परीक्षा देने के लिए फिर से बिठा दिया गया। कुछ देर बाद उसे अकेले में बात करते हुए देखकर कक्ष निरीक्षक को शक हुआ। उन्होंने केंद्र व्यवस्थापक को इसकी जानकारी दी। इस बीच अभ्यर्थी ने भागने की कोशिश की तो सुरक्षा में मौजूद पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया। पुलिस उसे कोतवाली में लेकर पहुंची और सीओ दीपक दुबे व प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह ने पूछताछ की। पुलिस ने उसकी सघन जांच लेकिन कान से डिवाइस बाहर नहीं निकाल सकी। इसलिए फिर उसके कान से डिवाइस निकलवाने के लिए नाक-कान-गला विशेषज्ञ चिकित्सक के पास ले जाया गया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर पूरी जानकारी दी जाएगी, फिलहाल में जांच की जा रही है। अभ्यर्थी ने अपना नाम आलोक कुमार निवासी नैकापुर रामपुर मझिला उमर्दा बताया है। पुलिस को संदेह है कि अभ्यर्थी के तार किसी सॉल्वर गिरोह से जुड़े हैं। 


प्रतापगढ़ में भी एक मुन्ना भाई को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो परीक्षा में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल कर रहा था। पकड़े गए मुन्ना भाई का नाम अमरजीत मौर्या है। वह 20 हज़ार रुपये का ठेका लेकर विवेक कुमार के स्थान पर पेपर दे रहा था। शहर के साकेत गर्ल्स इंटर कॉलेज़ का है, जहां रविवार सुबह पहली पाली में विवेक कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहे अमरजीत मौर्या के ऊपर शक होने पर कक्ष निरीक्षक ने परीक्षार्थी की जांच पड़ताल शुरू की, जिसमें उसके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिला और पता चला कि वह विवेक कुमार की जगह पर परीक्षा दे रहा था। कक्ष निरीक्षक ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मुन्ना भाई को गिरफ्तार कर किया। पकड़ा गया अमरजीत मौर्या अंतु कोतवाली के कल्याणपुर का रहने वाला है, और पड़ोसी गांव डंडवा का रहने वाले विवेक के स्थान पर पेपर दे रहा था।


अमेठी के एक परीक्षा केन्द्र में अभ्यर्थी की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) में ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए प्रश्न पत्र हल करने की कोशिश में अभ्यर्थी धरा गया।कक्ष निरीक्षकों ने बुदबुदाते देख शक के आधार पर उसकी तलाशी ली। अंततः कान में सलीके से लगाये गये इलेक्ट्रानिक उपकरण को खोज निकाला। बाद में नकलची को ब्लूटूथ डिवाइस निकालने के लिये अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने ब्लूटूथ उपकरण को कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। युवक की पहचान गिरिजा पाठक निवासी बड़गांव थाना संग्रामपुर के रूप में हुई है। ब्लूटूथ डिवाइस को कान में इस तरह फिट किया गया था कि सामान्य रूप से देखने में उसे पकड़ा नहीं जा सकता था। 

मुरादाबाद में यूपीटीईटी परीक्षा को लेकर पहले से ही सक्रिय एसटीएफ बरेली यूनिट ने यूपीटीईटी के लिए साल्वरों को बुलाने वाले सोनू पाल निवासी भगतपुर को सवेरे के समय मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया आरोपी इससे पहले भी वर्ष 2021 की 11 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। उस समय एसटीएफ ने आरोपी समेत नौ लोगों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेजा था। पकड़े गए आरोपी ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों के स्थान पर साल्वरों को बैठाने का ठेका लिया था। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने आरोपी की बातचीत को रिकॉर्ड करने के बाद रविवार की सवेरे मुरादाबाद स्टेशन से गिरोह के सरगना सोनू पाल को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि सरगना के गिरफ्तार होते ही दूसरे राज्यों से परीक्षा देने के लिए आए साल्वर अपने आका के पकडे जाते ही अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचने से पहले ही गायब हो गए। पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उसने 4 स्कूलों में यूपीटीईटी की परीक्षा में बैठने के लिए साल्वरों को बुलाया था। इन 4 स्कूलों में जब एसटीएफ की टीम जांच करने के लिए पहुंची तो चारों अभ्यर्थी अनुपस्थित पाए गए। आरोपी ने बताया कि उन्हें स्टेशन से साल्वरों को लेकर उनके सेंटर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी थी।


यूपीटीईटी पर इस साल संकट गहराया हुआ है, पहली बार प्रश्नपत्र लीक होने पर दोबारा परीक्षा कराई जा रही है। रविवार को दो पाली में होने वाली परीक्षा में फिर से पेपर आउट होने की अफवाहें वायरल होती रहीं।

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