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वाराणसी में बढ़ते गंगा के जलस्तर से लोगों में बना बाढ़ का भय


वाराणसी। 
वाराणसी में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। चार दिन में ही छह मीटर पानी बढ़ चुका है। अब चेतावनी बिंदु से चार और खतरे के निशान से पानी पांच मीटर नीचे है। 24 घंटे में ही पानी का जलस्तर दो मीटर से ज्यादा बढ़ चुका है। ऐसे में यही रफ्तार रही तो अगले तीन दिनों में ही खतरे का निशान पार कर जाने की आशंका जताई जा रही है। घाटों का संपर्क दो दिन पहले ही टूटने के बाद सोमवार से नाव के संचालन पर भी रोक लगा दी गई। एनडीआरएफ भी अलर्ट पर आ गया है। शहर में हरिश्चंद्र और मणिकर्णिका घाट पर शवदाह स्थल बदलने के साथ ही दशाश्वमेध घाट सहित अन्य प्रमुख गंगा घाटों के आरती स्थल भी बदल गए हैं। 

तेजी से हो रहे बढ़ाव के कारण गंगा के साथ ही वरुणा नदी के किनारे रहनेवालों में खलबली मची है। गंगा के पलट प्रवाह के कारण सबसे ज्यादा बाढ़ का कहर वरुणा किनारे रहनेवालों को ही झेलना होता है। रविवार को गंगा का जलस्तर जहां 64.36 मीटर पर था, सोमवार की सुबह 66.52 मीटर तक पहुंच गया। यहां चेतावनी बिंदु 70.26 और खतरे का निशान 71.26 मीटर पर है।


गुरुवार को गंगा का जलस्तर 60.48 मीटर पर था। अगले 24 घंटे में 2 मीटर पानी बढ़ा और जलस्तर शुक्रवार को 62.52 मीटर पहुंच गया। इसके बाद बढ़ाव की रफ्तार कुछ कम हुई और 24 घंटे में एक मीटर से कम बढ़ाव दर्ज किया गया। शनिवार की सुबह जलस्तर 63.4 और रविवार की सुबह 64.36 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया। दो दिनों से 24 घंटे में एक मीटर हो रहा बढ़ाव रविवार की दोपहर बाद से फिर तेज हो गया और सोमवार की सुबह तक जलस्तर दो मीटर बढ़ते हुए 66.52 मीटर तक पहुंच गया। 

सोमवार की सुबह वाराणसी के प्रसिद्ध राजेंद्र प्रसाद घाट पर बने जलचौकी तक पानी पहुंच गया। इसके बाद नौकायन पर प्रतिबंध लगा दिया गया। पुलिस की ओर से नाविकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा गया है कि वह जलस्तर सामान्य होने तक नावों का संचालन न करें। नौकायन पर प्रतिबंध की निरंतर निगरानी की जिम्मेदारी जल पुलिस को दी गई है। इसके साथ ही लंका, भेलूपुर, दशाश्वमेध, चौक, कोतवाली, आदमपुर और रोहनिया थाने की पुलिस को इस संबंध में विशेष रूप से सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।


एसीपी दशाश्वमेध अवधेश कुमार पांडेय ने बताया कि नाविक समाज के लोगों को समझाया गया है कि गंगा के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए नौकायन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जल पुलिस को गश्त और निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। नौकायन पर प्रतिबंध का उल्लंघन करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही गंगा में स्नान को लेकर भी जल पुलिस चौकी से लगातार श्रद्धालुओं को आगाह किया जा रहा है कि वो गहरे पानी में न जाएं।

गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से वाराणसी के चौबेपुर के ढाब क्षेत्र के सोते में पानी घुस गया है। इसके चलते ढाब क्षेत्र के लोगों को कटान का डर सताने लगा है। सोते में पानी घुसने से मोकलपुर गांव के संपर्क मार्ग पर पानी भर गया है और लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं। इसी तरह से ढाब क्षेत्र के रमचंदीपुर, गोबरहां, छितौना, रेतापार, चांदपुर और आसपास के अन्य गांवों के लोगों की भी समस्याएं बढ़ गई हैं।

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