• प्रतापगढ़ के दो सिपाहियों का ऑडियो वायरल, कठघरे में यूपी पुलिस
अभी हाल में जहरीली शराब से नौ ग्रामीणों की मौत के चलते सुर्खियों में आया यूपी का प्रतापगढ़ जिला फिर चर्चा में है। यहां तैनात दो सिपाहियों की शराब ठेकेदार से मुफ्त शराब के लिए बातचीत के वायरल ऑडियो ने इस बार यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली व शुचिता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। महकमे के अफसर सकते में हैं। फिलहाल अफसर मामले की जांच कराने की बात कहकर पल्ला झाड़ने में लग गए हैं।
अवध क्षेत्र के प्रतापगढ़-अमेठी जिलों की सरहद का इलाका अवैध शराब का गढ़ माना जाता है। पुलिस की मिलीभगत से शराब के अवैध कारोबारी सरकार को लंबा चूना तो लगाते ही हैं। साथ ही सरकारी ठेकेदारों से भी शराब और लंबी रकम वसूलते हैं, जिसकी पोल खुलने से पुलिस की किरकिरी हो रही है। मामला अंतू थाने का है। क्षेत्र के गांव ताला सिरिस्ताबाद निवासी एक युवक की रसूल बाजार में सरकारी देशी शराब की दुकान है। वायरल ऑडियो के मुताबिक उसे फोन कर थाने के दो सिपाही मुफ्त में बीस पौवा शराब देने की मांग कर रहे हैं। सिपाही ये बीस पौवा शराब थाने के एक दीवान को देने के लिए कह रहे हैं। ऑडियो में ठेकेदार कह रहा है कि थानेदार की अनुमति बगैर वह किसी को शराब नहीं दे सकता है, तब भी सिपाहियों ने उस पर शराब देने का दबाव बनाया। ऑडियो में दुकानदार कह रहा है कि वह पांच या दस पौवा ही दे सकता है क्योंकि नंबर दो का काम बंद है। इस ऑडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने से पुलिस कठघरे में है। वैसे सिपाही-थानेदारों की शराब माफियाओं से याराना होने की बात नई नहीं है। नतीजा, नौ माह पूर्व अंतू एसओ रहे मनोज तिवारी ने बंडा खुटार गांव में दबिश देकर अवैध शराब बरामद की थी, जिसमें तीन लोगों पर केस दर्ज किया गया लेकिन अभी तक एक को भी गिरफ्तार नहीं कर पाई। सीओ सिटी अभय पांडेय ने बताया है कि सिपाहियों और शराब कारोबारी के बीच बातचीत के वायरल ऑडियो की सच्चाई जानने के लिए मामले की जांच की जा रही है।
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