गोंडा । कोरोना की दूसरी लहर के बीच यूपी के गोंडा में एक घोड़े में खतरनाक बरखोडिया मेलियाई वायरस मिलने से हड़कंप मच गया है। जानवर से इंसानों में फैलनेवाले इस खतरनाक वायरस की पुष्टि बाद पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने आनन-फानन में पीड़ित घोड़े को मारकर जमीन में गहरा गड्ढा खोद कर दफनाया। इसके साथ ही पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी करते हुए पीड़ित घोड़े के संपर्क में आए अन्य जानवरों की जांच का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
जिले के करनैलगंज कस्बे के बमपुलुस निवासी ईदू के दो घोड़ों की तबीयत बीते दिनों अचानक बिगड़ने लगी। इलाज के लिए पशु अस्पताल ले जाने पर उनका रक्त नमूना लेकर हिसार स्थित एनआरसी लैब भेजा गया। जांच में पता चला कि इनमें से एक घोड़ा बरखोडिया मेलियाई नामक खतरनाक वायरस से संक्रमित है। इसकी जानकारी होते ही पशु अस्पताल में हड़कंप मच गया। वायरस से पीड़ित घोड़े को तत्काल पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने पीपीई किट पहन कर नगर से बाहर ले जाकर जहर का इंजेक्शन दिया। मौत के बाद घोड़े को जेसीबी की मदद से गहरा गड्ढा खोदवाकर दफना दिया गया।
पशु चिकित्सा विभाग के उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.सुरेश कुमार तिवारी ने बताया कि घोड़े में पाया गया बरखोडिया मेलियाई नामक वायरस जानवरों से इंसानों में फैल सकता है। जिससे बहुत ही सावधानी पूर्वक संक्रमित घोड़े को मारकर दफन कराया गया। इसके साथ ही पशु चिकित्सा विभाग में हाई अलर्ट जारी कर पीड़ित घोड़े के संपर्क में आने वाले जानवरों की नमूना जांच भी शुरू करा दी गई है। उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.एसके तिवारी ने बताया कि यह वायरस पैâलने पर कोरोना से भी खतरनाक हो सकता है। इसीलिए घोड़े के संपर्क में आने वालों को भी जांच कराने व सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है ताकि अगर वायरस दूसरे जानवर में फैला हो तो उसे रोका जा सके।
चिंतित हैं मिट्टी के बर्तन बनानेवाले करनैलगंज नगर में फैले बरखोडिया मेलियाई नामक खतरनाक वायरस से खतरा पैदा हो गया है। नगर में मिट्टी के बर्तन बनाने व बेंचने वाले लोगों की संख्या करीब डेढ़ सौ के आसपास है। उनके पास घोड़े, खच्चर व गधों की संख्या करीब दो सौ है, जिससे इस वायरस के तेजी से पैâलने का खतरा पैदा हो गया है।
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