जौनपुर। कोरोना के इस संक्रमण काल में जहां लोग एक-दूसरे की मदद करते हुए दिखाई दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर कुछ लोग कोरोना के डर से मानवता को शर्मसार करते भी नजर आ रहे हैं। मानवता को शर्मसार करती हुई ऐसी ही एक खबर जौनपुर के मड़ियाहूं थाना क्षेत्र के अमरपुर गांव से सामने आई है, जहां गांववालों ने एक महिला की मौत होने के बाद कोरोना के डर से महिला के अंतिम संस्कार से मुंह मोड़ते हुए मानवता को कलंकित कर दिया, जिसके बाद पत्नी का शव साइकिल पर रख बुजुर्ग पति अकेले ही दाह संस्कार के लिए गांव के बाहर नदी किनारे पहुंच गया। पति के नदी किनारे पहुंचने के बाद कुछ लोगों ने वहां पहुंचकर बुज़ुर्ग पति को शव जलाने से रोक दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर शव को वापस गांव ले आई और पूरे रीति-रिवाज से शव का अंतिम संस्कार करवाया।
मिली जानकारी के अनुसार, मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के अमरपुर गांव निवासी तिलकधारी सिंह की पत्नी राजकुमारी देवी की तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद पति अपनी पत्नी को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। जहां समुचित इलाज के लिए बेड न मिलने पर उसकी मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद जब पति शव लेकर घर पहुंचा तो ग्रामीणों ने कोरोना के डर से मुंह मोड़ते हुए मानवता को कलंकित कर दिया। शव की खराब होती स्थिति को देख पति ने पत्नी के मृत शरीर को साइकिल पर लादा और अकेले ही उसका दाह संस्कार करने नदी किनारे चल पड़ा।
तिलकधारी के अनुसार, अभी नदी किनारे चिता भी नहीं लगी थी कि गांव के अंधविश्वासी लोगों ने पहुंचकर मानवता को तार-तार करते हुए शव को जलाने से रोक दिया। सूचना जब मड़ियाहूं कोतवाल इंस्पेक्टर मुन्ना राम धुसियां को मिली तो गांव पहुंचकर वे शव को नदी किनारे से वापस घर ले आए और कफन समेत दाह संस्कार का सामान मंगवाकर शव को पूरे रीति-रिवाज के साथ पुलिस की देखरेख में जौनपुर स्थित रामघाट पर अंतिम संस्कार के लिए भिजवाया।
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