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जहरीली शराब का कहर: प्रतापगढ़ में शराब पीने से 8 लोगों की मौत


प्रतापगढ़
।  उत्तर प्रदेेश के शराब माफिया की जहरीली शराब लोगों पर कहर ढा रही है।  जहरीली शराब आए दिन लोगों को अपना शिकार बना रही है। हाल हीी में प्रतापगढ़ जिले में महज 3 दिन के भीतर 8 नौजवानों ने अपनी जान गवाही है। 

गांवों में पंचायत चुनाव व होली पर्व पर शराब पीने-पिलाने का दौर चल रहा है। वोटरों को साधने के लिए धड़ल्ले से शराब बांटी जा रही है और बोगस क्वालिटी की अवैध जानलेवा शराब प्रत्याशी, ग्रामीणों को पिला रहे हैं। ताजातरीन मामला है कटरिया गांव का। यहां प्रधानी चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे दावेदारों के घर मंगलवार की रात होली के बहाने दावत थी। जिसमें रामखेलावन दिलीप कोरी (५०) प्रदीप कोरी (३५) व उसके मामा सिद्धनाथ (६०) निवासी रांकी थाना उदयपुर के अलावा कटरिया गांव निवासी रामपाल सरोज (४५), धर्मेंद्र सिंह (३६), राममिलन कोरी (३५) पुत्र बिंदेसी कोरी, ओमप्रकाश (४०) व उसके पिता शिवचरन (६४), आहार बीहर थाना उदयपुर निवासी राजकुमार प्रजापति (४५) दावत में शामिल थे। शराब पीने के बाद रात साढ़े नौ बजे सभी की तबीयत बिगडऩे लगी। ग्रामीण उन्हें सीएचसी सांगीपुर ले गए। यहां इलाज के दौरान रामपाल सरोज ने दम तोड़ दिया। रायबरेली जिला अस्पताल ले जाए गए दिलीप कोरी और प्रदीप कोरी को भी चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अमेठी के मुंशीगंज अस्पताल में भर्ती सिद्धनाथ की भी मौत हो गई। अमेठी जिला अस्पताल में भर्ती राजकुमार ने बुधवार को दम तोड़ दिया। वहीं अमेठी जिला अस्पताल में भर्ती राममिलन कोरी ने भी बुधवार को दम तोड़ दिया। जबकि धर्मेंद्र सिंह को  लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ओमप्रकाश का जिला अस्पताल और उसके पिता शिवचरन का सांगीपुर सीएचसी में इलाज चल रहा है। आहर बीहर गांव के किसन सरोज की भी संदिग्ध परिस्थिति में मौत होने के बाद अंत्येष्टि कर दी गई। 

 कुछ घंटों के भीतर आठ मौतों से यूपी प्रशासन में हड़कंप मच गया है। एडीजी जोन  प्रेमप्रकाश, डीएम डॉ. नितिन बंसल, एसपी आकाश तोमर एवं एडीएम शत्रोहन वैश्य ने संबंधित गांव का दौरा किया। एसपी ने फौरी कार्रवाई करते हुए एसओ उदयपुर राकेश कुमार प्रजापति को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है।  वहीं डीएम ने आधिकारिक तौर पर कटरिया गांव निवासी दो सगे भाइयों व उसके मामा की मौत की वजह 'शराब' स्वीकार ली है। जबकि अबतक सात लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो चुकी है। जिनकी वजह ग्रामीण जहरीली शराब का सेवन मान रहे हैं।

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