वाराणसी। उत्तर प्रदेश में पंचायती चुनाव का आगाज होते ही सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी जमीन तलाशना शुरू कर दिए हैं। होली का पर्व होने के कारण प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में होली मिलन का समारोह कर रहे हैं। इन समारोहों में गुलाल और गुझिया से प्रत्याशी अपनी जमीन तलाशते नजर आ रहे हैं। चार चरणों में होनेवाले यूपी के पंचायत चुनाव इस बार सभी दलों के लिए किसी टेस्ट से कम नहीं हैं। इसी कड़ी में यूपी के कई जिले जौनपुर और वाराणसी में पंचायत चुनाव और होली के रंग का संगम ग्रामीण अंचल में दिखना शुरू हो गया है। प्रधान व जिला पंचायत सदस्य पद के दावेदार होली के बहाने चुनावी रंग चढ़ाने में जुट गए हैं। होली में गुझिया और गुलाल का गिफ्ट देकर जमीनी टोह ली जा रही है। पंचायत की बड़ी सीट पर कद्दावरों ने दांव लगाना शुरू कर दिया है. जिला पंचायत व ब्लाक प्रमुख की सीट पर बड़े नेताओं की नजर है। जिला पंचायत व ब्लाक प्रमुख सीट को अपने कब्जे में लेने के लिए आरक्षण के हिसाब से प्रत्याशी की भी तलाश शुरू हो गई है.
नामांकन फार्म की बिक्री अधिसूचना जारी होने के बाद शुरू हो गयी है। इसी के साथ प्रबल दावेदारों ने होली के रंग में प्रचार को भी शामिल कर लिया है। होली के अवसर पर इस चुनाव की गुलाल के साथ-साथ गुझिया की भी जिम्मेदारी बढ़ गयी है। पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी के ग्रामीण अंचल में बड़ी सीट पर बड़े सियासतदारों ने अपना दावा पेश करना शुरू कर दिया है। सभी पार्टियों के बड़े नेताओं की नजर यहां के ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य के सीट पर है.
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