रामसमुझ यादव / मुंंबई। अभी यह चर्चा गरम ही थी कि अमित शाह और शरद पवार के बीच अहमदाबाद में मुलाकात हुई। मुलाकात हुई तो क्या बात हुई? कि इस मुलाकात का असर दिखने लगा और दूरियां, नजदीकियां बन गईं। अजब इत्तिफ़ाक है। मामला यह कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, चिकित्सा विशेषज्ञों के टास्कफोर्स और जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्तों और सिविल सर्जन्स के साथ अहम बैठक कीं। राज्य में कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि राज्य में जमाबंदी (धारा 144) से काम नहीं चलेगा। लॉकडाउन अटल है और लॉकडाउन की तैयारी शुरू कर दी जाए।
बीजेपी ने इस विचार का कड़ा विरोध किया। नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस और प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने साफ तौर से कहा कि लॉकडाउन कोई विकल्प नहीं है। बल्कि टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट से ही कोरोना को कंट्रोल किया जाए। भाजपा का विरोध तो समझ आता है लेकिन अचरज तो तब होता है जब इसमें एनसीपी का सुर भी भाजपा से जुड़ जाता है।इससे उस संदेह को हवा मिल जाती है कि कहीं वाकई में तो एनसीपी और भाजपा 'हम साथ-साथ हैं'का गाना तो नहीं गा रही है। कम से कम लॉकडाउन के मुद्दे पर एनसीपी के विरोध से तो यही समझ आता है।
NCP ने CM के निर्देश का किया विरोध - एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने लॉकडाउन को लेकर एनसीपी की राय स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि यह ठीक है कि राज्य में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है और इसी वजह से मुख्यमंत्री लॉकडाउन लगाने का विचार कर रहे हैं। लेकिन लॉकडाउन अंतिम विकल्प नहीं हो सकता। लाकडाउन का बोझ राज्य नहीं उठा सकता। जनता लॉकडाउन को नहीं झेल पाएगी। लॉकडाउन लगाने पर विचार करने से बेहतर है कि हम स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाएं। NCP की यही भूमिका है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सक्षम करने का निर्देश दिया है। लोगों को भी नियमों का पालन सख्ती से करना चाहिए। नियमों का पालन सही तरह से किया जाएगा तो कोरोना नहीं बढ़ेगा।
राज्य में कोरोना बेलगाम, 102 की गई जान - राज्य में सोमवार को 31 हजार 643 नए केस सामने आए। यानी आंकड़ा 30 हजार से नीचे जा ही नहीं रहा। वो भी तब जब आम तौर पर सोमवार को आंकड़ा अक्सर कम आता है क्योंकि रविवार को छुट्टी होने की वजह से टेस्टिंग कम हो पाती है। इसके बावजूद आंकड़ा इतना पहुंच रहा है, इससे स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। मृतकों की बात करें तो सोमवार को राज्य में 102 लोगों की मौत हुई. सबसे ज्यादा मौत नागपुर में हुई। कुल 102 में से सिर्फ नागपुर से 55 लोगों की मृत्यु की संख्या सामने आई। ये आंकड़े वाकई में डराने वाले हैं। अब देखना यह है कि लॉकडाउन को लेकर मुख्यमंत्री क्या फैसला लेने वाले हैं।
0 टिप्पणियाँ