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भाजपा लोकतंत्र को तानाशाही से कुचलना चाहती है-अखिलेश यादव 






विरोधियों पर फर्जी मुकदमे
समाजवादियों पर 10 हजार से ज्यादा मुकदमे दर्ज
महंगाई पर बोलने पर दर्ज होते हैं गंभीर मुकदमे

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा अपने राजनीतिक विरोधियों को फर्जी मुकदमे लगाकर प्रताड़ित और बदनाम करना चाहती है। साजिशन मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। यूपी के अलावा शायद ही किसी राज्य में नेताओं पर इतने मुकदमे दर्ज हुए हैं। लोकतंत्र के पक्ष में आवाज उठानेवालों को यह तानाशाही तरीके से रोकना चाहती है। किसान आंदोलन का विरोध करनेवाले किस श्रेणी में आएंगे, ये राष्ट्र विरोधी है अथवा नहीं? अखिलेश यादव ने बताया कि किसान आंदोलन के दौरान समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं पर 10 हजार से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए हैं।

इस सरकार में 4 साल लगातार झूठे मुकदमे लगाकर लोगों को अपमानित करने का काम जारी है। महंगाई के खिलाफ बोलने पर गंभीर धाराओं में मुकदमे लगा दिए जाते हैं। उन्होंने कहा भाजपा साजिशन जौहर विश्वविद्यालय को बंद कराना चाहती है। मोहम्मद आजम खां प्रदेश में काबीना मंत्री रहे हैं और रामपुर से सांसद हैं। उनकी पत्नी राज्यसभा सदस्य रहीं, अब विधायक हैं। उनके अलावा उनके बेटे मोहम्मद अब्दुल्ला पर भी तमाम मुकदमे लगाए गए हैं। ये सारे मुकदमे राजनीतिक किस्म के हैं, जो कि साजिश के तहत दर्ज किए गए हैं। इस संबंध में महामहिम राज्यपाल महोदया को ज्ञापन दिया गया है। उम्मीद है कि वे इस संबंध में कुछ काम करेंगी। अखिलेश यादव ने कहा कि नौजवानों के पास काम नहीं है। सरकार दावा करती है कि प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है। दुःखद है कि मुख्यमंत्री भाजपा के संकल्प पत्र को गीता की तरह पवित्र मानते हैं।

भाजपा सरकार ने 4 वर्षों में कुछ किया नहीं, समाजवादी सरकार के कामों को ही अपना बता रहे हैं। उस समय जो प्रोजेक्ट बने थे, उन पर शिलान्यास के अपने पत्थर लगाए जा रहे हैं। यूपी की सरकार बताए कितने वादे उसने पूरे किए। जिस लोकभवन में बैठते हैं, उसमें बैठकर झूठ नहीं बोलना चाहिए। इस सरकार में सबसे ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं। लोगों को चिह्नित करके मारा गया है, जेल में हत्याएं हुई हैं। मुख्यमंत्री कहते हैं कि ठोको तो पुलिस क्या करें? पंचायत चुनाव से सरकार भाग रही है। कई सांसद देने के बावजूद उत्तर प्रदेश के लोगों से धोखा हो रहा है। डीजल-पेट्रोल का मुनाफा कहां जा रहा है?

कर्मचारियों के वेतन में कटौती हुई। प्रति व्यक्ति आय दोगनी कहां हुई? किसानों को फसलों की एमएसपी नहीं मिली, महंगाई से कृषि लागत जरूर बढ़ गई। सरकार बड़े-बड़े विज्ञापन देकर झूठे दावे कर रही है। उत्तर प्रदेश में जो भी इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम हुए हैं, वह चाहे एक्सप्रेस-वे, मेट्रो, बिजली के कारखाने या अस्पताल हो, शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय हों या सिंचाई सभी समाजवादी सरकार के समय के काम हैं। भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को बीमारू प्रदेश बना दिया है। भाजपा का कोई विजन नहीं, भाजपा के पास सिर्फ टेलीविजन है। जनता को भरोसा है कि जब 2022 में समाजवादी सरकार आएगी, तभी यूपी आगे बढ़ेगा।




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