रामसमूझ यादव/ मुंबई। गुरुवार 25 मार्च की देर रात मुंबई के भांडुप (पश्चिम) में उस वक्त हाहाकार मच गया जब एक खबर फैली की एलबीएस मार्ग पर ड्रीम्स मॉल में आग लगी है, सूचना मिलते ही मनपा प्रशासनिक महकमा, पुलिस, दमकल विभाग, भाजपा के पदाधिकारी, स्थानीय नगरसेविका साक्षी दळवी, वार्ड 116 की नगरसेविका जागृती पाटील, मनपा महापौर किशोरी पेडनेकर और मनपा सहायक आयुक्त सभी ड्रीम्स मॉल पहुंचे, जहाँ पता चला की ड्रीम्स मॉल के पहले मंजिल पर आग लगकर देखते ही देखते तीसरे मंजिल पर स्थित सनराइज हॉस्पिटल तक पहुँच गई जिसमें आग लगने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 76 लोगों को आपदा प्रबंधन अधिकारियों और भाजपा कार्यकर्ताओं की मदत से सुरक्षित निकाला गया। आग इतना विकराल रूप अख्तियार कर लिया था कि आग की लपटों को बुझाने के लिए कुल 24 दमकल और जंबो वाटर टैंकर को लगाया गया। नागरिक आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार, सभी को मुलुंड जंबो केंद्र और फोर्टिस अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। आग के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
भारतीय जनता पार्टी, भांडुप महामंत्री संजय शर्मा जी से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सनराइज अस्पताल कोविड 19 अस्पताल भी है जिसमें मरीजों की उपचार चल रहा था, हालही में शुरू हुआ इस अस्पताल को अलग से प्रवेशद्वार है फिर भी इतनी बड़ी लापरवाही का जिम्मेदार कौन है? क्या मनपा प्रशासन, अस्पताल प्रबंधन की सांठगांठ से सुरक्षा के संसाधनों की अनदेखी की गई जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हो गया।
आगे संजय शर्मा जी ने बताया कि यह ड्रीम्स मॉल, एचडीआयएल बिल्डर के अलावा राजनेताओं की आशिर्वाद से बना है और हमेशा से ही विवादित रहा है, वहाँ बिल्डर और दुकानदारों के अधिकारों को लेकर हमेशा खींचतान बनी रहने के कारण ड्रीम्स मैनेजमेंट ने भी सुरक्षा के उपकरणों की अनदेखी की अन्यथा यह घटना नही हुई होती और अब भी नागरिकों की सुरक्षा रामभरोसे ही है, केवल खानापूर्ति करते हुए सेक्युरिटी गार्ड रखा गया है जबकि अक्सर देखा गया है कि मॉल में हमेशा अराजक तत्व विद्यमान रहते हैं और बंद पड़े दुकान ऑफिस की लॉबी में अंधेरे का फायदा लेते है और दुष्कर्म, नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं जिसका विरोध स्थानीय दुकानदार करने पर देख लेने की धमकी देते हैं।
भाजपा महामंत्री संजय शर्मा ने हमारे संवाददाता के माध्यम से कई विषयों की न्यायिक जांच की मांग की है जैसे
1) मनपा प्रशासन, ड्रीम्स मॉल मैनेजमेंट, सरकार को जनाब देना होगा कि शॉपिंग मॉल में अस्पताल बनाने का परमिशन कैसे और किसने दिया?
2) सभी को पता है कि आग पहले मंजिल से फैली है तो सुरक्षा उपकरण काम क्यों नहीं किए?
3) इस हादसे का जिम्मेदार कौन हैं और उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी ही चाहिए?
4) एचडीआयएल बिल्डर, मनपा अधिकारी, अस्पताल मैनेजमेंट पर चार्जशीट दाखिल कर कडक कार्यवाही होनी चाहिए।
5) हादसे के शिकार मरीजों के परिजनों को अस्पताल से दो-दो करोड़ की मदत तुरंत मिलनी चाहिए।
यह घटना दुखद और प्रशासनिक लापरवाही से हुई है, हम भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता नागरिकों को हर संभव मदत करने में खड़े हैं।
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